Ramzan Hadees 7 | रमजान हदीस ७
हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का इर्शाद है की रोजा आदमी के लिए ढाल है,जब तक उस को फाड़ न डाले |
फ़ - ढाल होने का मतलब यह है की जैसे आदमी ढाल से अपनी हिफाजत करता है उसी तरह रोजे से भी अपने दुश्मन यानी शैतान से हिफाजत होती है | एक रिवायत में आया है की रोजा हिफाजत है अल्लाह के अजाब से, दूसरी रिवायत में है की रोजा जहन्नम से हिफाजत है | एक रिवायत में वारिद हुवा है की किसी ने अर्ज किया, या रसूलल्लाह ! रोजा किस चीज से फट जाता है ? हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फर्माया की झूठ और ग़ीबत |
संदर्भ :- फजाइल ए आमाल
Abu Ubaidah (Radiallahu Anhu) reports: I have heard Rasulallah (SAW) saying: Fasting is a protective shield for Man, as long as he does not tear up that protection.
Commentary - "Protective Shield" here means just as a man protects himself with a shield, similarly fasting protects him from his well-known enemy "Shaitan". In other Ahadith, we are told that fasting saves one from Allah's punishment and Hellfire in the hereafter. Once somebody inquired from Rasulallah (SAW) "What causes the fast to be rent ?" He replied: Telling lies and backbiting.
Reference :- Fazail e Aamal
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