Ramzan Hadees 4 | रमजान हदीस ४ ( तीन आदमियों की दुआ रद्द नहीं होती )
हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का इर्शाद है की तीन आदमियों की दुआ रद्द नहीं होती | एक रोजेदार की इफ्तार के वक्त, दूसरे आदिल - बादशाह की दुआ, तीसरे मजलूम की, जिसको हक़ तआला शानुहु बादलो उठा लेते है और आसमान के दरवाजे उसके लिए खोल दिए जाते है, और इर्शाद होता है की में तेरी जरूर मदद करुंगा, गो (किसी मसलहत से ) कुछ देर हो जाए |
Reference:- फजाईले आमाल
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