Ramzan Hadees 10 | रमजान हदीस १०


हजरत अनस ( रजि ) कहते है की एक मर्तबा रमजानुल मुबारक का महीना आया तो हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फर्माया की तुम्हारे ऊपर एक महीना आया है, जिस में एक रात है, जो हजार महीनो से अफजल है | जो शख्श इस रात से महरूम रह गया, गोया साडी ही खैर से महरूम रह गया और उसकी भलाई से महरूम नहीं रहता मगर वह शख्श जो हकीकतन महरूम ही है | 

संदर्भ :- फजाइल ए आमाल 

Anas reports, Once when Ramadan commenced, The Messenger of Allah said, A Month has verily dawned over you wherein lies a night better than one thousand months, However is deprived of its blessings has indeed deprived of (almost) all good. And none is deprived of its good except he who is completely unfortunate

Reference :- Fazail E Aamal

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