08-04-2020 - अहादीसे जिक्र


हुजूरे अक्दस सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम  का इर्शाद है कि हक़ तआला शानुहु  फर्माते है कि मै बन्दे के साथ वैसा ही मामला करता हू, जैसा कि वह मेरे साथ गुमान रखता है और जब वह मुझे याद करता है, तो में उसके साथ होता हु | पस अगर वह मुझे अपने दिल में याद करता है तो में भी उसको अपने दिल में याद करता हु और अगर वह मेरा मज्मे में जिक्र करता हे तो में उस मज्मे से बहेतर यानि फ़रिश्तो के मज्मो में (जो मासूम और बे-गुनाह  है) तज्क़िरा करता हु | और अगर बन्दा मेरी तरफ एक बालिश्त मुतवज्जह होता है, तो में एक हाथ उस की तरफ मुतवज्जह होता हु और अगर वह एक हाथ बढ़ता हे तो में दो हाथ उधर मुतवज्जह होता हु और अगर वह मेरी तरफ चल कर आता है तो में उसकी तरफ दौड़ कर आता हु |

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